श्यामाश्याम

जय हो प्यारे श्यामा श्याम
भाव ते कीनो इन्हें परनाम

मुख से निकले आठों याम
राधे राधे अब ये नाम

राधा नाम लगे अति मीठा
सकल पदार्थ जग को फीका

मन में बसे नही कोई और
अब मोहे राधा नाम की ठौर

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