मिटटी दा खिडोना
मिट्टी दा मैं खिडोना
तू होया घुमयार वे
जोड़ दे या तोड़ दे
सब तेरे हथ यार वे
नित बनाना नित तोडना
बस तेरा व्यापार वे
जिन्दा रखें मर्ज़ी तेरी
मर्ज़ी तेरी मार वे
तू मिल्या ते जित है साड्डी
बिछड़ गयो ते हार वे
बाहरो सानू चोट है देंदा
अंदरो करे सहार वे
तेरे विच मेरी रूह है वसदी
तू ही मेरा यार वे
छड़ीं न हथ फड़ के सजणा
ऐसा रखी प्यार वे
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