याद तुम्हारी आई है
अश्कों की जुबान होती है
जरा सुनो मेरे अश्कों को
एक एक बूंद में तस्वीर तेरी
कभी जरा गौर से देखो तो
हाल सब बयान करेंगे
कैसे जीना जैसे मरना
एक ही बस काम मुझे
हर पल तुझे याद करना
दुनिया की परवाह नहीं
अब मदहोशी सी छाई है
एक बार तो आ जाओ
याद तुम्हारी आई है
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