इलज़ाम न होगा
सिर पर तेरे इल्जाम ना होगा
कत्ल मेरा हो तेरा नाम ना होगा
मुझको अपना बना ले मेरे सनम
नाम तेरा कभी बदनाम ना होगा
पीने का शौक रखा करते हैं
किस्मत में शायद कोई जाम ना होगा
मुझे देखकर लोग तेरा नाम लेते हैं
मेरी मुहब्बत का कुछ तो अंजाम होगा
बार बार देखूं हाथ की लकीरों को
हाय इनमें कभी तेरा नाम तो होगा
हर आहट पे नजर ढूंढती है अक्सर
आया मेरे महबूब का कोई पैगाम होगा
(बावरी मिता)
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