नीरस जीवन

युगल बिन है जीवन नीरस
बिन हरि घोर अन्धकार

सकल सौंदर्य सकल माधुर्य
सकल ज्ञान राधा आधार

हरि कथा बिन जीवन दुखमय
नीरस लगे है सब संसार

बिन हरि नाम हरि कथा
कैसे मिले आनंद अपार

रखो अब चरणन में हरि जी
अब ये जीवन तेरे आधार
मिता बावरी

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