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Showing posts from November, 2015

मैं पापी

सुना है रीझ जाते हो कभी तुम इक अदा पर ही मुझमे ऐसे कोई भाव नही तुमको रिझा न पाऊ तो मैं क्या करुँ ना वाणी में मिठास भरी क्या गाके तुम्हें सुनाऊँ हरि तुम झूठे बेर भी खाते हो एक बा...

ध्यान से

एक ही दीख रह्यो गीता और कुरान में एक ही सुने अब बाणी और अज़ान में होये भी और दीखे ना अबतो सकल जहान में वही बैठा मन्दिर में वही रोये श्मशान में वही सुनाय सकल रागिनी तेरो मेरो का...

मेरी कमी

सुना है रीझ जाते हो कभी तुम इक अदा पर ही मुझमे ऐसे कोई भाव नही तुमको रिझा न पाऊ तो मैं क्या करुँ ना वाणी में मिठास भरी क्या गाके तुम्हें सुनाऊँ हरि तुम झूठे बेर भी खाते हो एक बा...

कब आओगे

क्यों इतनी बेकरारी है क्यों आग मुझे जलाती है तुम आओगे कब आओगे मेरी रूह आवाज़ लगाती है क्यों चैन मेरा अब खो गया दिल लगता है तेरा हो गया क्यों बात न मेरी मान रहा मेरा होकर अनजान ...

बताओ कौन

खुशबों को कौन बांध सका है कौन रोक सका है हवाओं को फूल को महकने से कौन रोकेगा कौन बरसने से रोके घटाओं को कौन है जो रोक सके पंछी की उड़ान कौन रोक सकता है कोयलों का गान किसके बस में ...

किथे लुक गया

किथे लुक गया मुरली वाला सखियो नी लियाओ हूंण ता क्यों छड दीती मुरली बजानी मेनू वीं सुनाओ हूंण ता रोज़ रोज़ मिलदा सी जमना किनारे अखियां दे नाल करदा इशारे करदा इशारे जी करदा इशा...

चरण रज की आस

ऐसी कृपा करो श्री राधा वास् मिले वृन्दावन में नित दर्शन होय श्यामाश्याम संग रहे सब सखियन के दूर होय तामस मेरो मन को दरस मिले इन अखियन को नीर भरा नैनन में होय आस तेरो चरण रज क...

श्यामाश्याम

जय हो प्यारे श्यामा श्याम भाव ते कीनो इन्हें परनाम मुख से निकले आठों याम राधे राधे अब ये नाम राधा नाम लगे अति मीठा सकल पदार्थ जग को फीका मन में बसे नही कोई और अब मोहे राधा नाम ...

प्राणधन

बनवारी कान्हा गिरधारी मेरो मन बसे छवि तुम्हारी मनमोहिनी राधा तू प्यारी चरण पड़े तेरो गिरधारी सांवरी सूरत मोहिनी प्यारे दरस करुँ तेरो बनवारे बंसी मेरी ले तेरो ही नाम राध...

इश्क़ का फ़साना

क्यों इतना पिला देते हो की मदहोश होती जा रही हूँ देखो कसूर है तेरी नज़र का बदनाम मैं होती जा रही हूँ बेकाबू हुआ हुआ दिल अब मेरा संभालो तेरे पास ही आ रहा है जूनून ए मोहबत इस कदर ब...

क्या पिलाया

क्या पिलाया है मयख़ाने बुला के क्यों मदहोश किया दीवाना बना के आँखों से नींदे चुराई क्यों तुमने कसक सी ऐसी उठाई क्यों तुमने लुत्फ़ ले रहो तुम भी मोहब्त में देखते हो दीवानगी इ...

मेरा चाँद

मैं इस चाँद को क्यों देखूँ मेरा चाँद जब मेरे पास है आँखों से चाहे दूर सही दिल को उसका एहसास है कब तक दूर होगा मुझसे मेरे दिल को उसकी आस है रात पूनम की दूर नही अब हर और उसका प्रका...

तेरी आँखों में डूबकर

तेरी आँखों में डूबकर अब और कहाँ जाएं पी ली है दो बूँद जब फिर क्यों न बहक जाएं बढ़ रही है दीवानगी तेरी इन्ही अदाओं से खुशबू सी आ रही है अब फिज़ाओं से उठती है लहर प्यार की बढ़ती है और ...

तेरा एहसास

अब ये होठ तेरे ही गीत गाएंगे इन आँखों में ख्वाब तेरे आएंगे एक तेरा एहसास हो चला रूह को मेरी जन्मों से प्यासी है कैसे इसे समझायेंगे हो सकेगा दीदार इन नजरों से कभी ये जो परदे ह...

क्या करिये

क्या करिये इन नैनन सो युगल छवि को ध्यान ना होये या ते बिन नैनन ही रहिये काहे इनमें जगत पिरोये क्या करिये इन हाथन को कबहुँ कछु सेवा न होये या ते बिन हाथन ही भलो दो टूक जगत ते मां...

मेरा प्रेम झूठ

कबहु प्रेम कियो न सांचो मन माँहि ये छलावा कियो ना अँखियन ते युगल निहारो ना ही दरस की आस कियो व्यर्थ गवायो सकल जीवन को ना मुख ते हरिनाम लियो ना सेवा न सत्संग कीन्हो विषयन में ...

जब से कान्हा

जब ते कान्हा ब्रज ते जावे कोई ब्रजवासी चैन ना पावे ना जाओ जी प्रियतम प्यारे निसदिन बरसे नैन हमारे रोज़ रोज़ यमुना तट आना मनमोहन तेरी बंसी बजाना प्यारी जू और गोपियन पर तिरछी न...

हाय सखी घनश्याम न आये

पल पल जीवन ढलता जाए हाय सखी घनश्याम न आए इन अखियन से नींद चुराई ऐसी मेरी सुध बिसराई मन नही लगे बिना कन्हाई कोई तो पैगाम सुनाए हाय सखी............ जब से तेरी लगन लगाई जग से हो बैठी हूँ पर...

तुम में बस

जब से महसूस हुई मोहबत तेरी बस झुकती जा रही हूँ बोलने को लफ्ज़ कम हो रहे खामोश हुई जा रही हूँ कैसे सजदा करुँ अब तेरा तेरी रहमतों से झुकी जा रही हूँ अब कोई मांग नही तुझसे तेरी रज़ा ...

अनकही सी

ऊँचे स्वर में आरती मस्जिद में ऊँची नमाज़ ऊँची प्रार्थना चर्च में प्रभु कल सुनें न आज वो तो सुन लेते है हर दिल की आवाज कहने को भी शब्द नहीं हर अनकही सी बात

जे निभणि नही सी

जे निभणियां नही सी क्यों पाईया प्रीतां वे दस हुन तेरे बाझो मरा वे या जीवां वे प्रीत लगा के अध्विचकार तुर गयो भूलके हाय मेरा प्यार तुर गयो जहर प्याला किवें जिंदगी दा पीवा वे ...

ना वे श्यामा

ना वे श्यामा मटकी मेरी फोड़ी ना दही मेरी नु मिटटी दे विच रोहड़ी ना जे तू मटकी फोड़ी तेरी मुरली ले जावांगी तू करी कम मेरे ते मैं मुरली बजावांगी ना वे श्यामा लगियां प्रीतां तोड़ी न...

ना वे श्यामा

ना वे श्यामा मटकी मेरी फोड़ी ना दही मेरी नु मिटटी दे विच रोहड़ी ना जे तू मटकी फोड़ी तेरी मुरली ले जावांगी तू करी कम मेरे ते मैं मुरली बजावांगी ना वे श्यामा लगियां प्रीतां तोड़ी न...

मैनु अपने चरणा नाल ला

मैनू अपने चरणा नाल ला मेरी कोई होर मंग ना बस अपनी दासी ले बना मेरी कोई होर मंग ना तेरे दर दी मिले कोई नोकरी मुकदी जाए मेरी एह जिंदगी हुन अपने ही राहे पा मेरी कोई होर मंग ना बस अ...

तेरा मयख़ाना

ना मालूम तेरी मोहबत में क्या किये जा रहे है कुछ खबर नही अपनी मरे या जिए जा रहे है अगर ये मौत है सनम तो बार बार ये मौत मिले अगर ये जिंदगी है तो ऐसी जिंदगी मांगे जा रहे है जो पिया अ...

वृन्दावन बुला लो

मुझे वृन्दावन बुला लो अब तो रहा ना जाए चरणों से ही लगा लो अब तो रहा न जाए हैँ लाख अवगुण मुझमेँ तुम तो दया के सागर कृपा बरस रही है खाली क्यों मेरी गागर दरस अब करा दो अब तो रहा ना ज...

हुण आओ जी

साँझ होये ते रोण लग जावाँ तेरा कोई स्नेहा ना आवे तू दस किथे मन मेरा गवाया मेरे हथ ना हुण आवे एह ता कहे मैं होया बेगाना तेरे वल नसदा जावे लख वारी मैं एहनु स्मझावां बात ना मेरी क...

मिटटी दा खिडोना

मिट्टी दा मैं खिडोना तू होया घुमयार वे जोड़ दे या तोड़ दे सब तेरे हथ यार वे नित बनाना नित तोडना बस तेरा व्यापार वे जिन्दा रखें मर्ज़ी तेरी मर्ज़ी तेरी मार वे तू मिल्या ते जित है स...

तेरियां ही सब रहमता

तेरियां ही सब रहमतां मेरा कोई जोर ना तेरे बिना सजणा देख मेरा कोई होर ना टूटी फूटी जिंद मेरी कोई नवीं नकोर ना प्रीत साडी कुछ ऐंवे जिवें चन्द चकोर ना तेरे किते ही सब होणा मेरा ...

कमली दी आस

तेरियां ही सब रहमतां मेरा कोई जोर ना तेरे बिना सजणा देख मेरा कोई होर ना टूटी फूटी जिंद मेरी कोई नवीं नकोर ना प्रीत साडी कुछ ऐंवे जिवें चन्द चकोर ना तेरे किते ही सब होणा मेरा ...

सब कुम्हार ने करना है

जीवन है एक रंग मंच अभिनय करना है ये भी कुछ ऐसे करना उनको रसमय करना है जगत सब लीला है तेरी भाव समर्पण करना है भगवत सुख हेतु ही कर्म सब अर्पण करना हैं मूल प्रेम स्वरुप को इश्वरो...

ये चाह

बना लो वृन्दावन की धुल चरणन ही छु जाऊँ बना दो मोकू पपिहो पिऊ पिऊ ही गाउँ मोर बनाय दो वन को नित नित नाच दिखाऊँ लता पता ही बनाय दो कबहुँ तेरो दर्शन पाऊं भिक्षुक अपने दर बनाय दो द...

राधाकृष्ण

सोच रही राधिका प्यारी अबहु यही खड़े बनवारी कहा खो गए प्रीतम्प्यारे निसदिन बरसे नैन हमारे अभी गयी थी यमुना किनारे लेके मटकिया पानी वारी राह रोक के घेर लियो ऐसो नटखट कृष्ण म...

हरि कैसे मिले

मन में नही तीव्र उत्कण्ठा केवल जग को वास थोड़े भजन से हुये संतुष्ट हर पल जगत विलास भीतर की कब मैं हटे ऐसा करे प्रयास प्रभु कब हमसे दूर है अपने भीतर वास उनकी कृपा जब हुई तो मुख स...

ऊखल लीला

बांध दीयो यशोदा मैया ऊखल ते उत्पाती कन्हिया रस्सी छोटी पड़ती जाय मैया को कछु समझ न आय देख मैया की ऐसो हालत स्वयं ही बन्ध गए मुरारी प्रेम ही बांध सके बस तोहे तेरी लीला पर बलिह...

बुरे हैं भले है तेरे ही

बुरे है भले हैँ जैसे भी हैं अब तो सनम हम तेरे हैँ तुम से किया है जब इश्क़ फिर फांसले क्यों घेरे हैँ बना लो अपना रो रो पुकारें लगाये गमों ने डेरे हैँ रोम रोम से आवाज़ आये बह रहे अश्...

जादूगर पे जादू

जादूगर पे जादू किया मेरी राधा रानी ने चोर का चुराया जिया मेरी महारानी ने सांवरे को घायल किया दो नैनों के तीर से ऐसा ही कमाल किया मेरी राधा रानी ने जादूगर पे........ एक एक गोपी प्या...

जादूगर ने जादू किया मेरी राधा रानी पे

जादूगर पे जादू किया मेरी राधा रानी ने चोर का चुराया जिया मेरी महारानी ने सांवरे को घायल किया दो नैनों के तीर से ऐसा ही कमाल किया मेरी राधा रानी ने जादूगर पे........ एक एक गोपी प्या...

बड़ी करुणा भरी

बड़ी करुणा भरी बरसाने की गली2 बड़ी करुणा भरी लाडो की गली2 कई जन्मों के पुण्य हो जायं लाडो तब तेरी गली में आएं दरस देवे वृषभान की लली बड़ी करुणा.......... लाडो जो तेरी गली आवे युगल प्रेम त...

तन सेवा में संसार की

तन को लगादो सेवा में संसार की मन में बढ़ती रहे बेल प्रभु प्यार की तन तो मिटेगा एक दिन जायेगा सेवा का धन तेरा साथ निभाएगा सच्ची सेवा तारे करो ऐतबार जी तन को .......... मिट्टी का खिलौना त...

तेरी होने की

क्या मै वृक्ष हूँ प्रतीक्षा में हूँ कब फूल खिलेंगे कब फल लगेंगे कब बसंत आएगी कब खुशबू उड़ेगी रोम रोम सुवासित होगा नही नही मैं वृक्ष नहीँ मैं तो चेतना बिछड़ी हुई आत्मा अब अलग ...