हरिनाम गान
भव सौं तारे अधम उद्धारे
जय जय श्रीहरिनाम गान
त्रयः ताप मिटाता प्रेम प्रदाता
जय जय श्रीहरिनाम गान
कलि भय भंजन श्रीहरि वंदन
जय जय श्रीहरिनाम गान
हृदय आह्लादक हरिरस मादक
जय जय श्रीहरिनाम गान
भाव प्रदाता कल्मष त्राता
जय जय श्रीहरिनाम गान
भगवत स्पर्श उपजावै हर्ष
जय जय श्रीहरिनाम गान
प्रेम उन्माद रस कौ स्वाद
जय जय श्रीहरिनाम गान
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