तेरे बिन कौन
तेरे बिन कौन है मेरा लाडली इस ज़माने में
नहीं रखती कमी कोई कृपा अपनी लुटाने में
माना प्रेम मेरा है झूठा मगर सच्चा तुम्हारा है
निभा नहीं पाऊँ मैं कमी क्यों तेरे निभाने में
तेरे बिन कौन......
कहाँ कोई ठिकाना है जहाँ अब मैं फिरूँ प्यारी
ये दिल तो खो गया श्यामा अब तेरे बरसाने में
तेरे बिन कौन......
है विश्वास तुम पर श्यामा करुणामयी नाम है तेरा
करुणा बरसा दो प्यारी क्यों देरी है आने में
तेरे बिन कौन.......
नहीं हस्ती मेरी श्यामा तेरा गुणगान लिख पाऊँ
कृपामयी कृपा ये तेरी है तेरा गुणगान गाने में
तेरे बिन कौन है मेरा लाडली इस ज़माने में
नहीं रखती कमी कोई कृपा अपनी लुटाने में
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