कीजो गति मति
ऐसो कीजौ गति मति नाथा जिव्हा सों तेरौ जस गाऊँ
कीजौ कृपा अधमन पर अबहुँ नाम न क्षण भर को बिसराउं
जन्मन की जड़ता मेरो नासो ऐसो तोसे नेह लगाऊँ
मेरे किये कोऊ बल नाँहिं तुम्हरौ बल सों बलि बलि जाऊँ
ऐसो पकरो डोर मेरो नाथा क्षण भर हिय इत उत न लगाऊँ
बहुत जन्म गमाय बाँवरी अबके नाथ चरण रति पाऊँ
Comments
Post a Comment