हरिनाम की बाती
हरिहौं हरिनाम की बाती जराऊं
एकै एकै नाम दिया बन जगमगै हिय तिमिर नसाऊं
श्रद्धा कौ दीप विश्वास की बाती हरिनाम उजियारा
जन्म जन्म कौ अंधकार मेटे हिय होवै प्रेम पसारा
हरिहौं एहि दीपावली मेरी देयो हरिनाम को दान
बाँवरी पतिता द्वार पड़ी अबहुँ कीजौ भव रोग निदान
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