मेरी ज़िंदगी
आँखों मे भर लूँ
साँसों में पी लूँ
होठों से छू लूँ
कुछ देर जी लूँ
जिंदगी तू ही है
बन्दगी तू ही है
साँसों की चलती
रवानगी तू ही है
इश्क़ भी तू ही है
आशिक तू ही है
हर आती साँस का
मालिक तू ही है
मुझमें तू ही है
बस इक तू ही है
मेरी जिंदगी की
वजह भी तू ही है
तुझ बिन सब बेवजह है
जीना ही इक सज़ा है
जिया है जिसे बस
आरजू ही तू ही है
जिन्दगी तू ही है
बन्दगी तू ही है
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