चरणन रति

स्वामिनी चरणन रति दीजौ
झूठो साँचो टेरुं स्वामिनी दासी की विनय सुनि लीजौ
हमरौ दसा अति घोर स्वामिनी बाँवरी बल बुद्धिहीना
हिय न सेवा चटपटी उपजै जन्मन सौं अति मलीना
नाम अपने को बल देयो किशोरी कबहुँ साँची पुकार बनै
मूढ़ा अधम बाँवरी दासी तिहारी कबहुँ सेवा सार बनै

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