न आज न मुख सौं बोलूं
न आज न मुख सौं बोलूँ
पीर छिपाये राखूँ उर अंतर कौन सौं हिय खोलूँ
पिय सुधि लीन्हीं नाँहिं बौराई बाँवरी इत उत डोलूँ
नयनन नीर बहै निशिबासर मुख अश्रु सौं धोलूँ
प्रेम की देहुँ साँची सौगात पिय अश्रु माल पिरोलूँ
न आज न मुख सौं बोलूँ
पीर छिपाये राखूँ उर अंतर कौन सौं हिय खोलूँ
पिय सुधि लीन्हीं नाँहिं बौराई बाँवरी इत उत डोलूँ
नयनन नीर बहै निशिबासर मुख अश्रु सौं धोलूँ
प्रेम की देहुँ साँची सौगात पिय अश्रु माल पिरोलूँ
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