श्रीकृष्ण चैतन्य ३९
राधाभाव कांति धारी
श्रीकृष्ण चैतन्य
प्रकटे नदियाबिहारी
श्रीकृष्ण चैतन्य
गौरांग पीत पट
श्रीकृष्ण चैतन्य
कृष्णप्रेमोन्मत्त
श्रीकृष्ण चैतन्य
कृष्ण कृष्ण उच्चारें
श्रीकृष्ण चैतन्य
सचिसुत मतवारे
श्रीकृष्ण चैतन्य
भक्ति का उन्माद
श्रीकृष्ण चैतन्य
प्रेम का आह्लाद
श्रीकृष्ण चैतन्य
पतितपावन करें
श्रीकृष्ण चैतन्य
मुख कृष्णनाम धरें
श्रीकृष्ण चैतन्य
मञ्जरीभाव प्रदाता
श्रीकृष्ण चैतन्य
कलयुग त्रिताप त्राता
श्रीकृष्ण चैतन्य
महामन्त्र प्रदाता
श्रीकृष्ण चैतन्य
निमाई अनुज भ्राता
श्रीकृष्ण चैतन्य
नदिया के रत्न
श्रीकृष्ण चैतन्य
विष्णुप्रिया धन
श्रीकृष्ण चैतन्य
त्रिदण्ड धारी
श्रीकृष्ण चैतन्य
कलिजीव उद्धारी
श्रीकृष्ण चैतन्य
गौर गौरांग नाम जो जन लहे उच्चार
सकल पाप भस्म होवै पावै प्रेम सार
भज गौरांग भज गौरांग गौरांग निहार
महामन्त्र नित्य प्रति मुख राखो धार
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