तुम बस तुम

मेरी नींद तुम मेरे ख़्वाब तुम
जो सवाल हो सब जवाब तुम

तुम ही इश्क़ हो तुम ही आशिकी
तुम ही ग़ज़ल मेरी तुम ही मौसिकी

मुझे छूने वाली हवा हो तुम
मेरे मर्ज़ लाख बस दवा हो तुम

मुझसे मैं हूँ ग़ायब आज ज़रा
मुझे है बस तेरा ही इश्क़ भरा

तुम आती जाती साँस हो मेरी
न टूटे जो कभी आस हो मेरी

तुम ख़्याल हो हर बात हो तुम
मेरा दिन तुम्हीं मेरी रात हो तुम

तुम ही तुम हो बस मेरी जिंदगी
तेरा इश्क़ ही है अब मेरी बन्दगी

लहू के कतरे कतरे में है इश्क़ तेरा
सब ओर दिख रहा बस अक्स तेरा

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