आज सखी खेली

आज सखी खेली मोहन सों होरी
राधा नाम रँग सों भीज्यो गावत रह्यो नाम किसोरी
मोहन मेरो चंद्र वृन्दावन को श्यामा भई चकोरी

आज सखी खेली श्यामा सों होरी
कृष्ण कृष्ण नाम बरसायो झूमत रही किसोरी
कृष्ण नाम सों मग्न होय रही राधा मेरी भोरी

आज सखी खेली सखियन सँग होरी
राधा कृष्ण प्रेम रस बरस्यो रही हरषाई जोरी
सखियन सब मिल लेत ब्लैयाँ नाचत किसोर किसोरी
सखी री आज खेली सबन सँग होरी

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