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Showing posts from May, 2019

नेह की डोरी

हरिहौं नेह की डोरी काँची भोगी कीट जगत विलासी हमरौ प्रीति न साँची तुम्हरी प्रीति होय साँची नाथा तुमहिं करौ निबेरौ चरणन बांध राखो निज नाथा परै न जगति फेरौ साँचो नाथ बिसराई ब...

अबहुँ न पतित बिसारो

हरिहौं अबहुँ न पतित बिसारो पतितन हिय लगावन वारे बाँवरी करो उद्धारो जन्मन जन्म सिर राखै नाथा पापन  कौ गठरी भारी नाम की नाव बैठावो नाथा नाम की देयो उतारी बिन नाम की नाव चढ़े ब...

रोय करूँ पुकार

हरिहौं रोय रोय करूँ पुकार पकरि लेयो मोरी डोरी नाथा पतित जान न देयो बिसार तुमहिं साँचो सहारे नाथा अबहुँ कौन द्वारे जाऊँ हा हा नाथ करूँ तुमसौं ही सब तुमसौं टेर सुनाऊँ तुमहिं ...

देयो नाम की प्रीत

हरिहौं देयो नाम कौ प्रीति नाम प्रेम न उपजै जा घट समझै कौन भाँति रस रीति साँची प्रीति हरिनाम की देय सब रिपुअन दूर नसावो लोभ मोह मद मत्सर नाथा कल्मष सौं हिय हटावो तुम्हरो बल ह...

निर्मोही सौं प्रीत

हाय प्रीति निर्मोही सौं कीन्हीं प्रीति किये पीर मिले हिय की काहे सौदा कीन्हीं सौदा कीन्हीं हिय तुम राखो पीरा देयो मोय सगरी हा हा करत रहूँ निशिबासर नयनन छलकै गगरी आह भरूँ ह...

प्रीति की रीति

नाथ तुम प्रीत की रीत न तोरो कौन भरोसो छांड निज दासी जाय रहत हो छोरो जावन की न कहियो नाथा देह प्राण नहिं राखै कछु न सुहावै बिरहन को बिरहा पीर बस चाखै हा हा पीर लगै मोय नीकी प्रीत...

कौन देस के वासी

नाथ तुम कौन देस के वासी प्राण न राखूं तुम बिन नाथा जग सौं फिरूँ निरासी किस विध प्राण राखे बिरहन उर अंतर छाय उदासी हा हा करत प्राण भ्यै व्याकुल काहे बिसारी दासी तुम चरणन पंकज ...

प्रेम वितरण की रीति

प्रेम वितरण की रीति सहज कलियुग अति धन्य प्रेमरसावतार लेय प्रकटे श्रीनिताई चैतन्य प्रेम धन भरि भरि लुटाय कोई भेद न राखै एकै बार हरि हरि बोल हरि प्रेम रस चाखै जय शचिनन्दन जय ...

पीर बिरह की

हाय लगै पीर बिरह की खारी हाय प्राण काहे न निकसै हिय न जाय सम्भारी कौन उपाय होय तुम कहियो पीर न हिय समावे पुनि पुनि नाम टेर रही बिरहन  प्राण सँग रहै धावै हा हा नाथ न प्रीति मोरी ...

धन धन कलि

धन्य धन्य कलियुग अति धन्य सहज प्रेम रस सार प्रकटे गौर निताई दोऊ परम करुणावतार करुणा कीन्हीं गौर निताई सब पतित अधम अपनाय हरि हरि नाम लेत सहज ही पतित प्रेम धन पाय कलियुग सार न...

उमड़ती तेरे इश्क़ की

उमड़ती तेरे इश्क़ की कोई एक लहर तो हो मैं रात सारी जाग लूँ कभी इश्क़ की सहर तो हो तुझसे ही शुरू तुझपर ही जो खत्म हो बस मुझको जुनून इश्क़ का कभी इस कदर तो हो माना की राह ए इश्क़ है बड़ी मु...

कभी यूँ

कभी यूँ तेरे इश्क़ की बरसात हो लबों पर मेरे बस तेरी ही बात हो भीगती ही रहूँ पल पल उस बरसात में न गुज़रने न वाली कभी ऐसी कोई रात हो इश्क़ की बारिशों में भीगने का सबब हो हुनर ए इश्क़ मे...

कुछ यूं

[04/05, 00:25] Amita: कुछ ऐसा अजब तेरे इश्क़ का आलम है लिखने को लफ्ज़ नहीं बस होश गुम है [04/05, 00:25] Amita: धड़कनों का यह खेल मोहबत जिसका नाम है बिक चुके बस हाथ तेरे यही मेरा इनाम है [04/05, 00:25] Amita: अजब सा नशा है मोहबतों में ते...

क्रन्दन

यह क्रन्दन आह यह क्रन्दन प्राणों का क्रन्दन निहार निहार उन वृक्ष वल्लरियों की यह हुलसन यह विलसन यह पवन यह आह्लाद यह तरँग छुए हो न तुम हाँ इनको छुए हो तुम यह सब आह्लाद यह उन्म...

आज तेरे इश्क़ ने

आज तेरे इश्क़ यूँ ने दीवाना कर दिया मुझको मुझसे ही बेगाना कर दिया छलकता सा जा रहा है जाम तेरे इश्क़ का मस्ती भरा सा इक पैमाना कर दिया आज तेरे इश्क़ ने .....  मुद्दतों बाद मिला थोड़ा सा ...

माधुरी

वो भीगे से बदन पर छुवन तुम्हारी आह !!! साँसों की गर्मी घुलता सा नशा गहराती मोहबतें जाने होश भी कहाँ गुम होने को बेताब है बेताब हैं यह साँसे उलझना चाहती हैं बस तेरी सांसों में सि...

भज ले राधा

भज ले ..........राधा राधा राधा राधा नाम की डोर पकर ले कट जाए सब बाधा गा ले.........राधा राधा राधा राधा नाम ही सार प्रेम का राधा ही कूँजी रट री बाँवरी नाम श्रीराधा संचय कर ले पूँजी बने ही धनवान ...

हरिहौं देयो नाम को गान

हरिहौं !!! देयो नाम कौ गान स्वासा स्वास रटन नाम की दीजौ कृपानिधान और न चाहूँ नाथा तुमसौं कोऊ जगत जंजाल नाम प्रेम बस दीजौ नाथा बाँवरी जन्म जन्म कंगाल हरिनाम का धन साँचो पाकर हो ...

हरिहौं जन्म जन्म दुख

हरिहौं !!! जन्म जन्म दुख पाया भोग पदार्थ नीके लागे बाँवरी हरिनाम न गाया हरिनाम चित्त रुचि न उपजी हरि छांड बाँवरी जगति भजी कौन भाँति भव होय निकासी बाँवरी माया ने भरमाया हरिहौ...

दीनन की तुम आस

दीनन की तुम आस लड़ैती दीनन की तुम आस कृपा करो स्वामिनी रखलो निज चरणन के पास दीनन की तुम आस...... साँचो धन तेरा नाम किशोरी नाम तेरे बिन निर्धन जन्म जन्म बिसराई बाँवरी जगति भरी राखी ...

तुमसे बिछड़कर जीना

तुमसे बिछड़कर जीना भी कोई जीना है बेवजह से साँसों का बोझ उठा रखा है कितना दर्द कितनी आहें उठती हैं यहाँ नाम तेरा ले लेकर सीने में दबा रखा है मुझको तो इल्म नहीं जिंदा होने की वज...

प्रीति की रसीली कुञ्जन

*प्रीति की मधुर रसीली कुञ्जन* *ललित ललित अनुरागित कुञ्जन* *नव नव श्रृंगार सुसज्जित कुञ्जन* *मदमय नव नव सुरभित कुञ्जन* *हितमयी युगल अनुरागित कुञ्जन* *सहचरी प्राण झरित नव कुञ्जन* *...

तेरे इंतज़ार में

तेरे इंतज़ार में यूँ तो रातें खाली कर ली मैंने तू दूर नहीं है मेरे दिल मे खुद से बातें कर ली मैंने यूँ बरसे बादल भी पर दिल यह मेरा सूखा ही रहा अपनी रूह भिगोने को अश्कों की बरसाते...

तुम बस तुम

मेरी नींद तुम मेरे ख़्वाब तुम जो सवाल हो सब जवाब तुम तुम ही इश्क़ हो तुम ही आशिकी तुम ही ग़ज़ल मेरी तुम ही मौसिकी मुझे छूने वाली हवा हो तुम मेरे मर्ज़ लाख बस दवा हो तुम मुझसे मैं हूँ ग़...

जब दिल मे नहीं इश्क़

जब दिल मे नहीं इश्क़ तो बाकी क्यों है जीना क्यों तेरे बगैर साँस भी नहीं लगता ज़हर पीना सच हैं हम कंगाल हैं नहीं दौलत ए इश्क़ पाई जो तुम होते जिन्दगी न होती यह तन्हाई डूबती जा रही न...

श्रीराधा मोरी स्वामिनी

श्रीराधा मोरी स्वामिनी करुणामयी उदार जिव्हा कौ नाम दियो अपना सबन सुखन कौ सार सबन सुख कौ सार नाम श्रीराधा होय साँचो धन नाम की पूँजी सञ्चय किय बिन बाँवरी होय निर्धन श्रीराध...

श्रीराधा नाम परम धन

श्रीराधा नाम परम धन ऐसा मर्म न जाने कोय नाम राधा श्याम मुरली माहिं टेरत , सुनत उन्मत होय परम कृपालु स्वामिनी श्रीराधा करुणामयी उदार श्रीसद्गुरु कृपा सौं पाई बाँवरी परम प्...

श्रीराधा नाम टेर री बाँवरी

श्रीराधा नाम टेर री बाँवरी श्रीराधा नाम टेर राधा राधा राधा श्रीराधा नाम बिन सकल जगत अंधेर राधा नाम हिय कल्मष नासै करै परम प्रेम प्रकास जप री बाँवरी नाम श्रीराधा अपनी स्वा...

मोरी लड़ैती श्रीराधा

*मोरी लड़ैती श्रीराधा* *रति रस केलि मधुर सहेली मोरी लड़ैती श्रीराधा* *निकुञ्ज विलासनी पिय हिय वासिनी मोरी लड़ैती श्रीराधा* *कोक प्रवीणा अद्भुत दीना मोरी लड़ैती श्रीराधा* *नित्य ...

श्रीराधा नाम अमृत धन

श्रीराधा नाम धन अमृत स्वासा स्वासा टेर श्रीराधा नाम परम धन बाँवरी माला श्रीराधा नाम की फेर माला नाम की कीजौ बाँवरी एक एक नाम पिरोय राधा श्रीराधा नाम बिन साँचो परम सुख न कोय ...