रे मन काहे न

रे मन काहे न भजिहै राम
सकल वासना छांड जगति की जुगल चरण विश्राम
बाँवरी रहै जन्मन सौं खोटी मुख सौंन निकसत नाम
ऐसो कृपा करो मोरे नाथा मुख नाम रह्वै आठों याम

जय निताई जय निताई जय निताई

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