इतनी कृपा करो

इतनी कृपा करो मोरी स्वामिनी निज चरण रेणु बनाओ
नाम तिहारो न क्षणहुँ बिसरै किशोरी ऐसी कृपा बरसाओ

जन्म जन्म के मलिन हिय कौ किशोरी कोऊ बल न समर्था
निज नाम भजन की पूँजी देकर निर्धन धनवान बनाओ
इतनी कृपा करो .........

मस्तक धार सकूँ पग धूरि स्वामिनी तुम्हरे प्रिय रसिकन की
निहारो एक बार किशोरी निज दासिन की दासी बनाओ
इतनी कृपा करो........

अक्षर अक्षर प्रकट युगल हैं ऐसी अद्भुत वाणी तिहारी
नाम रूप लीला वाणी सौं मेरौ हिय कुंज सरसावो
इतनी कृपा करो........

अपनी ओर निहार लजाऊँ होऊँ जन्म जन्म की निर्धन
सेवा की साँची पूँजी देकर बाँवरी हिय आस पुजावो
इतनी कृपा करो.........

होऊँ गुणहीन विहीन नाम भजन ते कोई बल न राखी
बाँवरी कृपा की कोर निहारे स्वामिनी चरणन चेरी बनाओ
इतनी कृपा करो मोरी स्वामिनी निज चरण रेणु बनाओ
नाम तिहारो न क्षणहुँ बिसरै किशोरी ऐसी कृपा बरसाओ

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून