निताई पागल 1 to 7

*आमार निताई पागल*

सखी री आमार निताई पागल
दुइ भुज उठाय गाय हरि बोल
नाचे रुनक झुनक हिलि हिलि
सखी री आमार निताई पागल

सखी री धारे निताई नील वसन
नाचे नाचे होय प्रफुल्ल बदन
मृदु मुस्कन चंचल नयन कोरा
सखी री पगला निताई मोरा

सखी री नाचे दोय भुज उठाय
नाम मुख से हरि हरि गाय
सखी री प्रेम भोर निताई मोरा
प्रेम मगन गाय गौरा गौरा

सखी री निरखै नयनन कोरा
नयनन भरी राखै प्रेम मदिरा
पीवत पीवत सखी नाँहिं अघावै
हँसे कबहुँ नयनन बहे प्रेम सरिता

सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल

सखी री गिरि गिरि धूरि पलोटत
हा हा गौरा गौर चन्द्र मुखे बोलत
दुई नयन बहै सखी अश्रु धारा 
पागल निताई आमार प्राणन प्यारा

सखी री रोय रोय धरे न धीरा
कबहुँ मौन भये मुख गम्भीरा
सखी री पगला निताई आमार
निताई बाँवरी कौ प्राण आधार

सखी री गौर नाम टेर सुनावो
पागल निताई को धीर धरावो
सखी री नाम गौरहरि कौ सार
निताई प्राणन कौ नित्य आहार

सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल

सखी री दोऊ भुज उठा नाचे निताई
नाचो नाचो मंगल मंगल घड़ी आई
हरि हरि बोले नाचे गलमाल झूले
प्रेम सुधा मत्त दो नयन फूले फूले

सखी री निताई भये प्रेम भोरा
हरि हरि बोले गाय गौरा गौरा
क्षण क्षण बाढ़ै हिय प्रेम तरँग
तापै क्षण क्षण बाढ़ै प्रेम कौ रँग

बाजे मृदङ्ग सखी बाजै करताल
नाम हरि गौरा अतिहि रसाल
वसन लहराय नील पट धारि
सखी नयन बहै दोय प्रेम वारि

सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल

सखी री आमार निताई नटवर
गौर भक्त नागर नीलाम्बर धर
गौर नाम कौ रसिक अग्रणी
परम् प्रेम धन कौ साँचो धनी

सखी री खोले हरिनाम की हाट
तोल तोल प्रेम देय नाम कौ बात
नाम देयो पाओ प्रेम अनमोल
मीठो निताई चाँद गावै मीठे बोल

सखी री प्रेम कौ व्यसनी भारी
नाचत नाचत सुधि देय बिसारी
हरिनाम कौ सौदा करै री खरा
हिय केवल गौर प्रेम धन भरा

सखी री आमार पागल निताई
सखी री आमार पागल निताई

सखी री तनिक मुख चन्द्र निहार
दुई नयनन बहै प्रेम अश्रु धार
सखी री दोऊ नयन गौर चकोर
भारी व्यसनी मदिरा मत्त भोर

सखी री कोमल पुष्प सौं अंग
क्षण क्षण उठै नव प्रेम तरँग
सखी री गौर कमल कौ भौरा
हिय राखै एकै गौर किशोरा

सखी री क्षीण कटि अद्भुत शोभा
पागल निताई हरि नाम कौ लोभा
जाय नदिया गलियन फिरै नाचै
केवल हरि नाम की पोथी बाँचे

सखी री आमार पागल निताई
सखी री आमार पागल निताई

सखी री बनूँ असन बसन कोऊ
बाँवरी विनय करै कर जोरि दोऊ
सखी री बन जाऊं गल पुष्पमाल
या बनूँ चन्दन तिलक रहूँ भाल

बनूँ कर्ण कौ कुंडल कोऊ
बन अंजन नयन बसूं दोऊ
कीजौ घुँघरू चरण कौ नूपुर
या बाँवरी कीजौ नदिया कूकर

राखो नियरे करो कोऊ तरु लता
बाँवरी दासी कौ दीजौ सेवा रता
कोऊ शुकी सारी कीजौ नदिया
मुख राखै प्रेम गीत दिवा रतिया

सखी री आमार पागल निताई
सखी री आमार पागल निताई

सखी री निरखूँ मोहन वेश
शिर बन्धा चूरा कुंचित केश
सखी री अद्भुत नयनन कोर
रहै गौर चन्द्र कौ सदा चकोर

सखी री अरूण अधर बिम्बफल
अरुण अरुण मृदु हस्त कमल
नाचे नाचे देय नाम कौ ताल
धारे कुमकुम चन्दन तिलक भाल

सखी री मोरा नीलाम्बर धारी
प्रेम लुटावन कौ व्यसनी भारी
गौर नाम सुन जाय चरणन धाय
अवधूत फिरै नटवर रूप बनाय

सखी री आमार पागल निताई
सखी री आमार पागल निताई

Comments

Popular posts from this blog

भोरी सखी भाव रस

घुंघरू 2

यूँ तो सुकून