8 to 11
सखी री निताई परम् धन
हिय नित्य गौर प्रेम मग्न
गौर नाम सुनि लय पग धूरि
निताई बाँवरी जीवनधन मूरि
निताई नाम परम् प्रेम तरँग
निताई नाम मारे जगति भुजंग
निताई नाम परम् प्रेम सिन्धु
निताई बलि नयन बहे इन्दु
निताई नाम साँचो प्रेम रस सार
निताई चाँद परम् करुणावतार
निताई नाम परम् प्रेम ज्वार
निताई निताई बलि होय उद्धार
सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल
पिये प्रेम वारुणी फिरै मदमस्त
नाचत नाचत होय प्रेम विभोर
नटवर नीलवसन गौर प्रेमोन्मत
सखी री आमार निताई दयाल
करुणासिन्धु अतिहि प्रेम रसाल
पात्र कुपात्र नाँहिं करत बिचार
गौरप्रेम वितरक करुण कृपाल
सखी री आमार निताई प्रेम पयोधि
निताई कृपा होय सौं सर्व सिद्धि
निताई कृपा सौं पाये हिय प्रेमधन
निताई पागल आमार प्रेम मग्न
सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल
सखी री सर्व रूप वास निताई
करै सर्व हिय प्रेम प्रकाश निताई
निताई स्वरूप परम् धन सेवा
निताई गुनमणि प्रेम धन देवा
निताई करुणामयी अदोष दर्शित
सुनि सुनि नाम गौर होय हर्षित
परम् प्रेम सुधा बांटत अयाचित
कुपात्र कोऊ न बिचारे कदाचित
ऐसा कौन होय दयाल जग माहिं
प्रेम बांटत एक क्षण न अघाहिं
भजो निताई निताई परम् धन
हा हा बाँवरी जन्म जन्म निर्धन
सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल
सखी री निताई प्रेम उन्मादी
निताई नाम लये कटै सब व्याधि
निताई नाम हरि प्रेम प्रदायक
निताई नाम सर्व सुख दायक
भजो भजो निताई पाओ गौरधन
निताई नाम देय प्रेम आस्वादन
निताई सदगुरु रूप धरि आय
शरणागत के त्रय ताप नसाय
कृपा निताई करै बीज आरोपण
नाम निताई परम् धन गोपन
हिय रहै नाम गुरु गौर निताई
बाँवरी निर्धन एहै आस लगाई
सखी री आमार निताई पागल
सखी री आमार निताई पागल
Comments
Post a Comment