हे श्रृंगारिणी

हे श्रृंगारिणी

हे श्रृंगारिणी 
हो जाऊँ मैं कोई मोती आपकी माला का

कोई नूपुर आपके चरणों में पड़ी नूपुर का

हाथों पर जमी कोई जावक कणिका

या अधरन पर बिखरी लालिमा

कर्णफूल में झूमता मोती

या मस्तक पर सजती बेंदी

कटि किंकणी की कोई रुनझुन

और कपोलन पर बिखरी लाली

अलक कोई कपोलन पर नृत्यमयी

असन वसन का कोई धागा

सहज अनुराग प्रिया सँग लागा

हे श्रृंगारिणी

हे श्रृंगारिणी

करो कोई निज चरण किंकरी

करो कोई निज श्रृंगार लड़ैती

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