मोतिन कौ श्रृंगार
यह मोतिन कौ श्रृंगार न है
यह तो गौरांगी की गौरता का श्रृंगार है।
*मोतिन धरै पाग मोतिन कौ धरै हार*
*मोतिन कौ कुण्डल सोहै मोतिन कौ सगरौ श्रृंगार*
*मोतिन कौ बाजूबन्द धरयो मोतिन कौ कँगन*
*मोतिन कौ पायलिया झूमै मोतिन कौ कमर किंकिन*
*मोतिन सौं उज्ज्वल पाग धरी मोतिन कौ गलहार*
*बाँवरी कबहुँ होत एक मोती करत रमण प्राण निज श्रृंगार*
Comments
Post a Comment