श्रीजी पदावली मोरी राधिके स्वामिनी
*मोरी राधिका स्वामिनी*
*अलबेली नागरी रँगरस सागरी निरतत रस पाग री मोरी राधिका स्वामिनी*
*अद्भुत केलि विलास नवल रँग रास अलियन हिय हुलास मोरी राधिका स्वामिनी*
*कन्चन सम कनक बेलि नवल नवल रँग रेलि मदन मन जात झेलि मोरी राधिका स्वामिनी*
*बाजत रहै मृदङ्ग अद्भुत श्रृंगार अँग निरतत मन मदन सँग मोरी राधिका स्वामिनी*
*सकल कला प्रवीण मोहन मन बनत मीन नागर बनत दीन मोरी राधिका स्वामिनी*
*रँग रस वर्षिणी मदन हिय हर्षिणी नागर आकर्षिणी मोरी राधिका स्वामिनी*
*अलियन समूह बिसाल पहिरे सब गूँजमाल निरतत सब देय ताल मोरी राधिका स्वामिनी*
*घूमर घूमर घूमेर ताली देय देत फेर रागिनी नव रँग झेर मोरी राधिका स्वामिनी*
Comments
Post a Comment