श्रीहरिवंश बधाई

प्रकटयौ श्रीहरिवंश दिवाकर
वंशी रूप कियो टहल महल कौ प्रेम दान दियो जगत करुणाकर
मंगल निधि सेवत मंगल जोरि मंगल दिवस कौ मंगल बधाई
जयजय श्रीहरिवंश प्रेमनिधि मंगल नाद श्रीवेणु सुहाई

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