कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी

*कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी*

कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी
यहि चरण धन मेरो लाडली ओ वृषभानु दुलारी

इन चरणों की नूपुर का घुँघरू बन कर डोलूँ
राधा राधा श्रीराधा राधा राधा नाम निरन्तर बोलूँ
नाम तेरा ही टेरत लाडली बीते उमरिया सारी
कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी..........

इन चरणों की रज को नित्य अपने भाल चढ़ाऊँ
और कौन मेरो देव लाडली अब जाय जिसे मनाऊँ
बाँवरी दासी तेरी ही लाडली बस तेरा ही नाम पुकारी
कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी.........

देव मुनि हरि ब्रह्म नारायण वंदत चरण तिहारे
कोटिन कोटि ब्रह्माण्ड के स्वामी इन चरणन पर हारे
जन्म सुफल भयै बाँवरी जो जिव्हा तेरा नाम उच्चारी
कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी..........

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