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Showing posts from November, 2021

जगति की धुरी

हरिहौं बनी जगति कौ धूरी कबहुँ उरै पहुँचे ब्रज वीथिन होय कामना पूरी जन्म जन्म रही जगति धूरी कबहुँ सन्तन पग न परी कबहुँ बाँवरी सन्त चरण लग ब्रज वीथिन रहै जूरी हा हा नाथा सन्त चरण रज कीजौ  जन्म जन्म अबेरी नाम देयो अपना या रसना कबहुँ हरिनाम न टेरी

ऐसा झूठ कबहुँ सच होवै

ऐसो झूठ कबहुँ सच होवै झूठ झूठ ही पुकार स्वामिनी कबहुँ बाँवरी रोवै झूठी विनय करो तुम सांची मेरो बल न कोय तुम्हरौ नाम लगै प्राणन मीठौ रसना नाम भिगोय झूठी बाँवरी झूठी विनय करी पर स्वामिनी मेरो साँची झूठो को साँचो कर देय कबहुँ कोऊ बल बुद्धि न जाँची

हे हरि

हे हरि हिय न भजन कौ प्यास जगत दिखावा बन्यौ घनेरो परी माया की फास नाम न निकसै एक क्षण साँचो झूठ जगत कौ रास बाँवरी मूढ़े नींद परी गहरी बिरथा कीन्ही स्वास

चाम सजावै बनी चमारी

चाम सजावै बनी चमारी भूलि भजन कौ सार कौन भाँति भजन सुहावै कौन विधि होवै सुधार गढ़ी जावै नित्य गहरी गहरी भोगन कियौ बिगार हिय पाषाण बाँवरी पाथर परी भोगन कै द्वार

विविध भांति को भोजन

विविध भाँति कौ भोजन पावै यह रसना नाम विहीना नाम भजन कौ स्वाद न पायौ बहु भाँति रस लीन्हा स्वाद जगति कौ झूठो बाँवरी काहे परी जगति कौ फेर स्वास स्वास रही बिरथा कीन्ही बनायो भोग विषय कौ ढेर

जयजय राधेगोविन्दा

जयजय राधेगोविन्दा रासविलासिनी राधिका रसिकशिरोमणि श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा मधुरासुवासिनी राधिका मधुरमनोहर श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा नवलतरुणी राधिका नवलकिशोर श्याम  जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा सरसकुमुदिनी राधिका मधुरनीलमणि श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा विपिनमहेश्वरी राधिका विपिनरासेश्वर श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा चपलकिशोरी राधिका चतुरशिरोमणि श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा केलिविलासिनी राधिका कौतुकधारी श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा मुग्धामधुरेश्वरी राधिका मधुतृषितभृमर श्याम  जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा

जयजय राधेगोविन्दा

जयजय राधेगोविन्दा रासविलासिनी राधिका रसिकशिरोमणि श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा मधुरासुवासिनी राधिका मधुरमनोहर श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा नवलतरुणी राधिका नवलकिशोर श्याम  जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा सरसकुमुदिनी राधिका मधुरनीलमणि श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा विपिनमहेश्वरी राधिका विपिनरासेश्वर श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा चपलकिशोरी राधिका चतुरशिरोमणि श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा केलिविलासिनी राधिका कौतुकधारी श्याम जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा मुग्धामधुरेश्वरी राधिका मधुतृषितभृमर श्याम  जयजय राधेगोविन्दा जयजय राधेगोविन्दा

जन्मोत्सव बधाई

श्रीललित सरकार की ललिताई में भीगी ललित रँगाई में रँगी.... ललित मदिरा से भरी..... ललित जोरि की ललित रँगाई को सदा आतुर सदा तृषित... हे रसीली अलि ! हे रँगीली अलि ! हे रससरोवरे ! यूँ ही ललित मदिरा से भरी..... रँगीली झूम से भरी..... रससेवाओं से भरी..... झूमती पुलकती..... नव नव रसमयी केलियों को सँजोती ....श्रृंगारती तुम ..... हे युगल श्रृंगारिणी ! अपने आँचल में युगल श्रृंगार के नव नव पुष्पों को सजाती ... नव नव गूँथन कर रसकलिकाओं को सहेजती तुम....  सदा नव नव सेज विलासों से भरी झूमती रहो.... हे इष्ट अलि ! हे स्वामिनी ! सदा ललित श्रृंगारों की तृषित हो ....तृषित रहना..... नव नव तृषाओं को गूँथती युगल सहचरी....नव नव तृषाओं को जाती  बून्द बून्द बरसाती मेरी अली...  आपके श्रीचरणों में कोटि कोटि नमन वन्दन

भज रे भज श्रीराधा मुरलीधरा

भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा श्रीराधामुरलीधरा श्रीराधामुरलीधरा निकुँजविलासी मनोहर श्रीराधासर्वेश्वरा श्रीराधासर्वेश्वरा श्रीराधासर्वेश्वरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा राधावल्लभ राधारमणा नवलब्रजेश्वरा  नवलब्रजेश्वरा नवलब्रजेश्वरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा मधुरनाम मधुरधाम सकल मधुरेश्वरा मधुरेश्वरा मधुरेश्वरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा नवकिशोर स्यामवर्ण पीताम्बरधरा पीताम्बरधरा पीताम्बरधरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा राधाप्रेमोन्मत्त राधाबिहारी राधारासेश्वरा राधारासेश्वरा राधारासेश्वरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा ललितकुंतल घुँघरकेश राधिकाहियसौरभा राधिकाहियसौरभा राधिकाहियसौरभा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा राधाबिहारी राधाकान्त राधामनोहरा राधामनोहरा राधामनोहरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा राधानन्द राधाप्राण कामकेलिचातुरा कामकेलिचातुरा कामकेलिचातुरा भज रे भज श्रीराधामुरलीधरा

जयजय ललिते

जयजय श्रीललित उत्सव श्रृंगारिणी जयजय श्रीललित उत्सव विस्तारिणी जयजय श्रीललित केलि संयोजिनी जयजय श्रीललित युगल रसवर्धिनी जयजय श्रीललित कालिन्दी लोभिनी जयजय श्रीललित सेवातुर शोभिनी जयजय श्रीललित केलि प्रकाशिनी जयजय श्रीललित सौंदर्य राशिनी जयजय श्रीललित रत्नावली गूँथनी जयजय श्रीललित सेवारत पुल्किनी जयजय श्रीललित सौरभ विस्तारिणी जयजय श्रीललित रसरंग सारिणी जयजय श्रीललित सेज विलासिनी जयजय श्रीललित रँग हुलासिनी जयजय श्रीललित शरद रागिनी जयजय श्रीललित युगल सुहागिनी जयजय श्रीललित रँग बिहारिणी जयजय श्रीललित कौतुक धारिणी जयजय श्रीललित विलास अनुरागिनी जयजय श्रीललित मदोन्मत्त बिहागिनी जयजय श्रीललित निकुँज सुरभिनी जयजय श्रीललित सेवा प्रफुल्लिनी जयजय श्रीललित रसज्ञा नवभामिनी जयजय श्रीललित श्रीललिते नामिनी जयजय श्रीललित शरद महोत्सवे जयजय श्रीललित ललिते श्रीललित ललिते

हित वृन्दावन ललित वृन्दावन

हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन श्यामाश्याम केलिकुञ्जालय नित्य नव रस भरित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नवल श्रृंगार नवल नव कौतुक नव अनुराग भरित वृन्दावन  हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नवल राग नवल नव केलि नव श्रृंगार झरित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नवल तरुण नव तरुणी बाला नव अलियन मण्डित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नव मदिरा नवरस नव उमगन नव नव ललितमुदित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नव ब्यार नवल रस वर्षण नित्य नवल सुरभित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नव घूँघर नव किंकिणी निनाद नवल नवल झँकृत वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन नव शुक सारी नवल नव कोकिल  नवल नव रससरित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन हित वृन्दावन श्रीललित वृन्दावन