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Showing posts from December, 2020

भज वृन्दावन धाम

*भज वृन्दावन धाम बाँवरी* भज वृन्दावन धाम बाँवरी भज वृन्दावन धाम छांड दे सब जगति की आसा युगल चरण विश्राम भज वृन्दावन धाम बाँवरी........ श्यामाश्याम जहाँ नित्य विराजित नित्य नवल श्रृंगार परम् मनोहर चिन्मय नगरी होय प्रेम कौ सकल पसार युगल चरण ही एक आधारा भजै चित्त निष्काम भज वृन्दावन धाम बाँवरी........... नाम रूप लीला गुण चिंतन श्रीवृन्दावन कौ वास महल टहलनी देय लाडली चित्त रहै यहि आस रज मस्तक धरै बाँवरी रसिकन सौं राखै काम भज वृन्दावन धाम बाँवरी ......... ध्यान रहै युगल सेवा सौंज ही ऐसा कब होय जीवन स्वास स्वास सन्चय करै बाँवरी वृन्दावन ही साँचो धन श्यामाश्याम सखी कौ खेला सेवा होय अविराम भज वृन्दावन धाम बाँवरी भज वृन्दावन धाम

दरस करावो

दरस करावो सखी पियप्यारी कौ कीजौ मोहे चरण पादुका श्रीवृन्दावन धाम लेय जावो बाँवरी स्पर्श करै इस रज का बीते बहुत काल सौं हमरे नयना युगल दरस कौ प्यासे आसा कोऊ न दर्शन की सखी बाँवरी चित्त जगति रहे फांसे हा हा प्यारे हा हा प्यारी कौन अपराध भयो अधम सौं ऐसो कोऊ भाग जगे बाँवरी दरस पाऊँ श्रीवृन्दावन कौ

कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी

*कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी* कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी यहि चरण धन मेरो लाडली ओ वृषभानु दुलारी इन चरणों की नूपुर का घुँघरू बन कर डोलूँ राधा राधा श्रीराधा राधा राधा नाम निरन्तर बोलूँ नाम तेरा ही टेरत लाडली बीते उमरिया सारी कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी.......... इन चरणों की रज को नित्य अपने भाल चढ़ाऊँ और कौन मेरो देव लाडली अब जाय जिसे मनाऊँ बाँवरी दासी तेरी ही लाडली बस तेरा ही नाम पुकारी कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी......... देव मुनि हरि ब्रह्म नारायण वंदत चरण तिहारे कोटिन कोटि ब्रह्माण्ड के स्वामी इन चरणन पर हारे जन्म सुफल भयै बाँवरी जो जिव्हा तेरा नाम उच्चारी कैसे भूलूँ मैं चरण तेरे प्यारी..........

चरणन की रज कीजौ

*चरणन की रज कीजौ किशोरी* चरणन की रज कीजौ किशोरी चरणन की रज कीजौ टहल महल की करै दासी बाँवरी निज चरणन रख लीजौ चरणन की रज कीजौ........ भोर होय सौं साँझ ढले तक पाऊँ टहल तिहारी प्राण प्यारो मेरो लाडलो लाडली प्राणन प्यारी लाल लाडली युगल चरण की सेवा में रख लीजौ चरणन की रज कीजौ......... सेवा थाली बनूँ तिहारी नित्य नित्य सेवा पाऊँ ऐसी रति मति कीजौ किशोरी चरणन ही चित्त लाऊँ जावक जुत जुत चरण ललि के गोद मेरी रख दीजौ चरणन की रज कीजौ....... स्वास स्वास नाम यही गाऊँ स्वामिनी मेरी श्रीराधा सकल वासना हिय की नासै चरणन रति बढ़ै अगाधा बाँवरी की यही अर्ज लाडली अब मंजूरी दीजौ चरणन की रज कीजौ........