हे उत्सवे
*हे उत्सवे* नित्य नित्य ललित रस भरित नव उत्सव पिय हिय ताप शमन नित्य रस पावस उत्सव सहचरी हिय उमगित नव सेवा श्रृंगार उत्सव मिलित मिलित तृषित भये नव रस भरित उत्सव नव नव उमंग उठत नव सुरँग वर्षण अनंग उत्सव पिय हिय मोद बढावनि बाँवरी हिय रस तरंग उत्सव